इंट्रोड्यूसिंग ब्रोकर (IB) पैसे कैसे कमाते हैं? IB बिजनेस चलाने की गाइड
वित्तीय दुनिया में क्लायंटों और ब्रोकरेज फर्मों के बीच इंट्रोड्यूजिंग ब्रोकर (IB) महत्वपूर्ण मध्यस्थ हैं। बड़ी ब्रोकरेज फर्मों से वे रोजमर्रा के ट्रेडरों को कनेक्ट करते हैं, जिससे लोगों को ट्रेडिंग करना आसान होता है। IB सिर्फ़ परिचित ही नहीं करवाते; ट्रेडरों को सफल होने में मदद के लिए वे विशेष सर्विसेस भी देते हैं। लेकिन आपको आश्चर्य होगा कि आखिर ये ब्रोकर पैसा कैसे कमाते हैं? इस लेख से पता चलेगा कि बिल्कुल सीधे और समझने में आसान तरीके से IB अपनी आय कैसे कमाते हैं।
इंट्रोड्यूसिंग ब्रोकर (IB) मॉडल समझना
रिटेल क्लायंटों और बड़ी ब्रोकरेज फर्मों के बीच इंट्रोड्यूसिंग ब्रोकर मध्यस्थ है। वे क्लाइंट अधिग्रहण, सपोर्ट और कभी-कभी सलाहकार सर्विसेस संभालते हैं, जबकि एक्जीक्यूटिंग ब्रोकर ट्रेड निष्पादन, कस्टडी और एग्जीक्यूशन संभालता है। यह सहजीवी संबंध IB को ट्रेड एग्जीक्यूशन के ओवरहेड के बिना क्लाइंट सर्विस पर ध्यान केंद्रित करने देता है। IB क्या है, इस संबंध में अधिक जानें।
इंट्रोड्यूजिंग ब्रोकरों (IB) के लिए 7 राजस्व स्रोत
इंट्रोड्यूजिंग ब्रोकरों (IB) के पास राजस्व के अनेक स्रोत हैं, जिनमें से प्रत्येक अपने नेटवर्क और विशेषज्ञता का फायदा उठाने के अलग-अलग तरीके ऑफर करता है। इन्हें समझने पर IB की वित्तीय क्षमता और ऑपरेशनल स्ट्रेटजियों संबंधी जानकारी मिलेगी।
- 1. ट्रेडों पर कमीशन
- 2. स्प्रेड मार्कअप
- 3. अतिरिक्त सर्विसेस के लिए शुल्क
- 4. वॉल्यूम-आधारित प्रोत्साहन
- 5. प्रदर्शन शुल्क
- 6. इवेंट और सेमिनार की मेजबानी
- 7. विज्ञापन राजस्व
1. ट्रेडों पर कमीशन
IB के लिए अधिकांश डॉयरेक्ट राजस्व स्रोत उनके रेफर किए गए क्लायंटों द्वारा एग्जीक्यूट किए गए ट्रेडों पर कमीशन है। ये कमीशन प्रति ट्रेड निश्चित शुल्क या स्प्रेड के प्रतिशत के रूप में होता है।
2. स्प्रेड मार्कअप
कुछ IB के पास ऐसे एग्रीमेंट होते हैं जो ट्रेड पर स्प्रेड में उन्हें मार्कअप जोड़ने देते हैं। यह मार्कअप खरीद और बिक्री मूल्य के बीच का अंतर होता है और IB यह अंतर राजस्व के रूप में रखता है।
एग्रीमेंटों, बिजनेस मॉडलों और इंडस्ट्री प्रतिस्पर्धा में अंतर के कारण ब्रोकरों के स्प्रेड मार्कअप अलग-अलग होते हैं। कुछ ब्रोकरों द्वारा अन्यों के मुकाबले आधा चार्ज करने पर दरें काफी भिन्न हो सकती हैं। दूसरी ओर, ATFX बिना अतिरिक्त शुल्क के 3 पिप्स मार्कअप ऑफर करता है, जिससे ट्रेडरों को स्पष्ट लागत पारदर्शिता मिलती है।
3. अतिरिक्त सर्विसेस के लिए शुल्क
IB ट्रेडिंग कमीशन के अलावा, बाजार विश्लेषण, शैक्षिक पाठ्यक्रम या व्यक्तिगत ट्रेडिंग सलाह जैसी मूल्य-वर्धित सर्विसेस देकर कमा सकते हैं।
4. वॉल्यूम-आधारित प्रोत्साहन
ब्रोकरेज फर्में अक्सर IB को अधिक क्लाइंट लाने या मौजूदा क्लाइंट के ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु वॉल्यूम-आधारित प्रोत्साहन देते हैं। ये प्रोत्साहन वॉल्यूम थ्रेसहोल्ड अनुसार टीयर आधारित किए जा सकते हैं।
5.प्रदर्शन शुल्क
मैनेज किए गए अकाउंट या ट्रेडिंग सलाह देने वाले IB के लिए, उनके क्लायंटों को हुए फायदों के आधार पर प्रदर्शन शुल्क महत्वपूर्ण राजस्व स्रोत हो सकता है। यह IB के हितों को उनके क्लायंटों से कनेक्ट करता है, क्योंकि उनके निवेश के अच्छा प्रदर्शन करने पर वे अधिक कमाते हैं।
उदाहरण: ATFX के कॉपीट्रेड, PAMM और MAM टूल क्लायंटों के फंड मैनेज करके या उनके ट्रेड की कापी बनाकर इंट्रोड्यूजिंग ब्रोकरों (IB) को प्रदर्शन शुल्क अर्जित करने में सक्षम बनाते हैं। यह IB की कमाई को सीधे उनके क्लायंटों की निवेश सफलता से जोड़ता है। ये सिस्टम लाभदायक ट्रेडिंग स्ट्रेटजियां प्रोत्साहित करते हैं, क्योंकि IB अपने क्लायंटों को हुए फायदे में हिस्सा लेते हैं।
6. इवेंट और सेमिनार आयोजित करना
ट्रेडिंग सेमिनार, वेबिनार या कार्यशालाओं का आयोजन और मेजबानी करना इन इवेंटों में क्लाइंट अधिग्रहण के लिए ब्रोकरेज फर्मों से टिकट बिक्री, स्पांसर्शिप या प्रोमोशनल ऑफर से IB के लिए राजस्व कमा सकता है।
7. विज्ञापन राजस्व
लोकप्रिय वेबसाइट, ब्लॉग या सोशल मीडिया चैनल के IB विज्ञापन राजस्व अर्जित करने के लिए अपनी ऑनलाइन उपस्थिति से फायदा उठा सकते हैं। इसमें प्रायोजित सामग्री, बैनर विज्ञापन या अन्य वित्तीय प्रोडक्टों और सर्विसेस से संबद्ध मार्केटिंग शामिल हो सकते हैं।
अपना बिजनेस बढ़ाने एवं IB के रूप में पैसा कमाने के 6 सुझाव
इंट्रोड्यूसिंग ब्रोकर की सफलता केवल वित्तीय बाजारों को समझने में नहीं है; यह स्ट्रेटजिक बिजनेस प्रथाओं संबंधी भी है। लाभप्रदता बढ़ाने के कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:
1. विशिष्ट बाजारों पर ध्यान दें
उदाहरण: इंट्रोड्यूसिंग ब्रोकरों (IB) को ATFX अपने विशेषज्ञता पथ, जैसे फंड मैनेजमेंट, सिग्नल प्रोवाइडर या शिक्षक चुनने देता है। नए लोग एक क्षेत्र से शुरु कर धीरे-धीरे अपनी विशेषज्ञता दूसरों तक फैलाते हैं, जिससे गतिशील ट्रेडिंग वातावरण में केंद्रित विकास और विशेषज्ञता विकसित होने लगती है।
2. उप-IB का अपना नेटवर्क फैलाएं
अपने मौजूदा उप-IB से अच्छे संबंध बनाना और नए लोगों को तलाशते रहना महत्वपूर्ण है। इस तरह, आपकी पहुँच ट्रेड करने वाले अधिक क्लाइंटों तक होती है। इससे आपको अधिक कमाने में मदद मिलती है और अधिक पार्टनरों से मिलकर काम कर बाजार में अपनी जगह आप मजबूत करते हैं।
3. टैक्नोलॉजी का फायदा उठाएँ
क्लाइंट संबंधों को मैनेज करने और ऑपरेशनों को कुशलतापूर्वक सुव्यवस्थित करने के लिए CRM और स्वचालित मार्केटिंग टूलों का उपयोग करें। विकास के लिए रुझानों और अवसरों की पहचान करने में भी उन्नत विश्लेषण मदद कर सकता है।
4. शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण सेशन ऑफर करें
उदाहरण: नवीनतम प्रोडक्ट लॉन्च और बाजार समाचारों पर अपडेट अपने उप-IB और क्लायंटों के साथ मूल्यवान अंतर्दृष्टि शेयर करने में आपको सक्षम बनाता है, यह दृष्टिकोण न केवल आपके उप-IB की क्षमताएं बढ़ाता है बल्कि आपकी पार्टनर्शिप का समग्र मूल्य और अपील भी सुदृढ़ करता है।
5. राजस्व स्रोतों में विविधता लाएं
अपना क्लाइंट बेस आकर्षित करने वाले सही बैलेंस खोजने के लिए स्प्रेड मार्कअप, कमीशन और मूल्य-वर्धित सर्विसेस जैसे विभिन्न राजस्व मॉडल का पता लगाएं।
6. सूचित और अनुपालनशील रहें
आपकी प्रतिष्ठा और ऑपरेशन अखंडता बनाए रखने के लिए नियामक परिवर्तनों से अवगत रहना और अनुपालन सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
IB बनाम एफिलिएट: इनमें क्या अंतर है?
पहलू | इंट्रोड्यूजिंग ब्रोकर (IB) | एफिलिएट |
---|---|---|
भूमिका | क्लायंटों और ब्रोकरेज फर्मों के बीच मध्यस्थता का कार्य करते हैं, व्यक्तिगत सर्विसेस और सपोर्ट ऑफर करते हैं। | मार्केटिंग पर ध्यान देते हुए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से ब्रोकरेज फ़र्म को संभावित क्लाइंट रेफ़र करते हैं। |
मुआवजा | ट्रेडों पर कमीशन, स्प्रेड मार्कअप, अतिरिक्त सर्विसेस के लिए शुल्क और वॉल्यूम-आधारित प्रोत्साहन से कमाएँ। | आमतौर पर प्रति अधिग्रहण (CPA) निश्चित शुल्क कमाते हैं |
कमाई की संभावना | दीर्घकालिक, निरंतर कमाई की संभावना। | आमतौर पर अल्पकालिक, एकमुश्त कमाई। |
आवश्यक प्रयास | 'स्नोबॉल प्रभाव': जितने लंबे समय तक आप बिजनेस में होंगे, उतने कम प्रयास से आपकी कमाई बढ़ सकेगी। | बिना संचयी लाभ के प्रत्येक नए क्लाइंट को समान प्रयास की आवश्यकता है। |
क्लायंटों से संबंध | बिजनेस चलाने, क्लाइंट संबंध बनाए रखने और बढ़ाने, निरंतर सर्विसेस और सपोर्ट ऑफर करने के कार्य करें। | बिक्री-उन्मुख गतिविधियों पर ध्यान दें, प्रत्येक क्लाइंट से व्यक्तिगत रूप से संबंध बनाएं, बिक्री के बाद संबंध बने रहने की कोई उम्मीद नहीं। |
ज़िम्मेदारियाँ | ट्रेडिंग सलाह, बाजार विश्लेषण और क्लाइंट सपोर्ट जैसी सर्विसेस दें। क्लाइंट फंड और ऑर्डर पर नियंत्रण कर सकते हैं। | मार्केटिंग प्रयासों से लीड लेने की मुख्य ज़िम्मेदारी। क्लाइंट फंड न संभालें या ट्रेडिंग की सलाह न दें। |
विनियामक विचार | वित्तीय विनियमों के अधीन और अपने परिचालन क्षेत्रों में कानूनी स्टैंडर्ड का अनुपालन बनाए रखने के लिए आवश्यक। | कम कठोर विनियामक अपेक्षाओं, विज्ञापन स्टैंडर्ड और उपभोक्ता संरक्षण कानूनों पर अधिक ध्यान देना। |
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इंट्रोड्यूसिंग ब्रोकर (IB) बिजनेस स्वामियों के समान होते हैं जो क्लायंटों को ट्रेडिंग में मदद करते हैं, ऐसी सलाह देते हैं जिससे क्लाइंट बार-बार आएं। इसका मतलब हुआ कि वे सिर्फ़ एक बार नहीं, बल्कि बार-बार पैसे कमा सकते हैं। वे जितना अधिक समय तक काम करेंगे, बिना अतिरिक्त प्रयास के उनकी कमाई उतनी ही बढ़ेगी। दूसरी ओर, एफ़िलिएट जल्द बिक्री कर बिना किसी दोहराव वाली कमाई के अगले काम पर लग जाते हैं।
IB की पहचान जाने-माने लोगों के रूप में होती है क्योंकि वे अपनी चीजें जानते हैं, जो पैसे की दुनिया में उन्हें भरोसेमंद बनाता है। जिसे लंबे समय तक चलने वाला, सर्विस-आधारित बिजनेस चाहिए, उसके लिए IB बनना स्मार्ट विकल्प है।
IB बनने में रुचि है? ATFX IB बनने के फायदों के संबंध में अधिक जानें।